वैश्विक उपभोक्तावाद के इस दौर में उपभोक्ता आज एक ही स्थान पर सभी आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ती चाहते हैं पहले किराना दुकान, जनरल स्टोर फुटवेयर आदि अलग-अलग हुआ करते थे लेकिन आज वर्तमान युवाओं को एक ही जगह सभी सुविधाएं चाहिए। जिसका नतीजा है शाॅपिंग माल जैसे बिग बाजार हाइपर माल रिलाइन्स फ्रेस विषाल मेगामार्ट आदि। इसी तरह मेरा विचार है कि युवा आने वाले समय में इन्वेस्टमेंट के लिए वन स्टाप इन्वेस्टमेंट सर्विस की ओर आकर्षित होगा जैसे इन्वेस्टमेंट माॅल इन्वेस्मेंट शाॅपी इन्वेस्टमेंट काॅर्नर। वैसे वर्तमान समय में इन्वेस्टमेंट/निवेश संबंधी तमाम जरूरतों की पूर्ति उपभोक्ता को किसी एजेंट के द्वारा ही की जाती है। जिसमें उसकी विश्सनीयता पर भी सवाल उठता है एजेंट किसी भी कंपनी या प्रापर्टी में निवेश या इश्योरेंस की तमाम सुविधाओं के बारे में जानकारी अपने अनुसार बताता है। जबकि इन्वेस्टमेंट शाॅपी उसी तरह काम करती है जैसा कि मल्टी ब्राॅड माॅल या शाॅप कार्य करती है इसमें एक उपभोक्ता को इनवेस्टमेंट के लिए उसकी रूचि और क्षमताओं के अनुसार निवेश इश्योरेंस, टेक्स संबंधी परेशानियों से निजात मिलेगी। इन्वेस्टमेंट शाॅपी में मल्टीब्रांड के प्राडक्ट उपलब्ध होगे जिसमें ग्राहक अपनी निवेष संबंधी जरूरतों के अनुसार सर्विसेज को परचेज कर सकेगा। यहा किसी प्रकार की कोई ठीगी या धोके की संभावना भी नगण्य होगी। जिससे ग्राहक को कस्टमर सेटेस्फेक्षन होगा और यही इन्वेस्टमेंट शाॅपी की उपलब्धी होगी। जिस प्रकार बड़े बैंक अब मात्र पैसे जमा करने या निकाले का साधन मात्र नहीं रह गए हैं यहा विभिन्न इन्वेस्टमेंट से संबंधित सुविधाएं उपलब्ध रहती हैं बैंक में न सिर्फ लोन इष्योरेंस का लाभ प्राप्त किया जा सकता हैं वल्कि इन्वेस्टमेंट संबंधी अन्य सविधाएं भी प्राप्त हो रही हैं। इसी प्रकार एक इन्वेस्टमेंट शाॅपी भी आप को इस प्रकार की तमाम निवेश संबंधी आवश्यकताओं की पूर्ति करती है। जिसमें ग्राहक को अपने टैक्स केपीटल गेन इश्योरेंस प्रापर्टी म्यूचुअल फंड इक्वटी फिक्स डिपाजिट आदि अनेक सुविधाएं प्राप्त होगी।
इन्वेस्टमेंट शाॅपी मंे ग्राहक अपनी सुविधाअनुसार प्रोडक्ट पसंद कर सकता है मार्केट में उपलब्ध प्रोडक्ट की एक स्थान पर जानकारी प्राप्त हो जाती है उसे किसी विषेष व्यक्ति या निवेश सलाहकार की पसंद का प्रोडक्ट नहीं खरीदना पड़ता अर्थात् उसका वाइंग डिसीजन स्वतंत्र होता है। इन्वेस्टमेंट की सुविधा के लिए शाॅपी का मेनेजर आपको अपने निर्णय या डीसीजन तक पहुचने में मदद करता है। इन्वेस्टमेंट शाॅपी पर बहुत छोटी-छोटी चीजे जैसे मोटर साइकिल इश्योरेंस एसआईपी बड़ी आसानी से इस तरह की शाॅप से खरीदे जा सकते हैं साथ ही साथ ये इन्वेस्टमेंट शाॅप या माल आॅफिस टाॅइम के बाद भी उपलब्ध रह सकती है जो उपभोक्ता को सुविधाएं प्रदान करती है। जिससे आपका बाइंग टाईम बढ़ जाता है अर्थात् उपभोगता को अपने निवेश संबंधी निर्णय लेने के लिए अधिक से अधिक समय मिलता है। इन्वेस्टमेंट शाॅपी में न केबल उपभोक्ता का वाइंग सेटेस्फेक्षन होता है अपितू उसे व्यक्तिगत सलाह के साथ निरन्तरता प्राप्त होती है।
इन्वेस्टमेंट शाॅपी का काॅन्सेप्ट मार्केट में आने की मुख्य वजह है कस्टमर निवेष संबंधी कोई भी निर्णय सयुक्त रूप से या पारिवारिक रूप से लेता है। इसलिए वह अपने परिवार या मित्रों के साथ मार्केट में मौजूद तमाम तरह की निवेश संबंधी योजनाओं का अवलोकन करना चाहता है जिसके लिए इन्वेस्टमेंट शाॅपी एक उपयुक्त विकाल्प है। युवा वर्ग को रिटायमेंट के लिए किसी प्रकार की पेनषन सुविधा भविष्य में न होने से वह अपने लिए प्लान बनाना शुरू कर देता है। जिसके लिए उसे समय सुलभ विकल्प चाहिए जो बैंक या अन्य इन्वेस्मेंट रिलेटेड कंपनी के आफिस नहीं हो सकते लेकिन इन्वेस्टमेंट शाॅपी उनके वर्किंग आॅवर के बाद भी उपलब्ध होगी। कस्टमर/ग्राहक जब भी चाहेगे अपने काम का पूर्ण करने के बाद इन्वेस्टमेंट शाॅपी में जा कर निवेष संबंधी जिज्ञासाओं का समाधान कर सकते हैं।